बुधवार, 14 दिसंबर 2016

कम - कम

कविता 
-------
कम - कम 
--------
कम कम में भी 
कट जाता है जीवन

खुशियां मिली कम 
प्रेम मिला कम 
लोगों के दिल में 
जगह मिली कम 

चाय में मिली चीनी कम 
दाल में मिला नमक कम 
शराब में मिला पानी काम 

दोस्तों ने निभाई दोस्ती कम 
दुश्मनों ने निभाई दुश्मनी कम 

कुछ और अच्छा कट जाता जीवन 
दुःख भी मिले होते कम 
         -----

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें