कविता
सफल व्यक्ति वही है
जो सब कुछ देखता है
आँखें मूँद कर
और तेजी से गुजर जाता है
सब कुछ रौंदते हुए
जैसे की बुलडोजर
गुजर जाता है झोंपड़ियों पर से
शायद ये जरूरत भी है
एक विकासशील देश की
( मेरी एक कविता का अंश )
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